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गोरक्षपीठाधीश्वर और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (Shri Krishna Janmashtami) उत्सव के मौके पर बाल गोपाल का जन्म कराया. इस दौरन योगी आदित्यनाथ ने बाल गोपाल को झूला भी झुलाया.
भजन-कीर्तन, सोहर के बीच बाल गोपाल को झुलाया
इसके बाद उन्होंने झूले में लिटाकर श्रद्धाभाव से बाल गोपाल को झुलाया और मंत्रमुग्ध होकर देखते रहे. श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की पूजा गोरक्षनाथ मंदिर में रात 11.30 बजे से शुरू हो गई. मठ से निकलकर योगी आदित्यनाथ सीधे श्रीनाथ जी के मंदिर के गर्भगृह में पहुंचे और वहां पर भगवान के जन्म तक रहे. इसके पहले रात eight बजे से ही मंदिर में भजन कीर्तन शुरू हो गया था. सोहर गाये जा रहे थे, बधाइयां दी जा रही थीं.
कोविड-19 के कारण आम जनता को प्रवेश नहींइस बार कोविड के संक्रमण के चलते इस बार गोरक्षनाथ मंदिर में लोगों का प्रवेश वर्जित रहा. मंदिर प्रबंधन से जुड़े लोगों के अलावा कुछ ही लोगों को मंदिर में प्रवेश की अनुमति थी. हर साल आयोजित होने वाले कार्यक्रम इस बार रद्द कर दिए गए. हर साल छोटे-छोटे बच्चे राधा-कृष्ण के वेश में मंदिर में मौजूद रहते थे, वो भी इस बार नहीं थे.
जन्मोत्सव पर पूरा गोरखपुर घंटियों, शंख, थालियों से गूंज उठा
गोरक्षनाथ मंदिर के साथ ही शहर भर में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया. लोगों ने अपने घरों में भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया. पुलिस लाइन में झांकी सजाई गई. भगवान का जन्म भी हुआ, पर कोविड-19 के कारण आम लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध था. मोहद्दीपुर के गोपाल मंदिर में भी सोशल डिस्टेंसिंग के साथ श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया. जैसे ही भगवान का जन्म हुआ घंटियों, शंख और थालियों की आवाज शहर भर में गूंज उठी.
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