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प्रतापगढ़ (Pratapgarh) में 10 दिनों में कोरोना मरीजों में जबरदस्त इजाफा हुआ है. सिर्फ 2 दिनों में कुल 132 कोरोना संक्रमण के केस मिल चुके हैं. वहीं डीएफओ के लेखाकार समेत four लोगों की जान जा चुकी है.
बता दें 12 दिन पहले पेशे से अधिवक्ता कमलेश शर्मा की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो गई थी. अधिवक्ता शहर के पल्टनबाजार के रहने वाले थे. अधिवक्ता के मौत के कई दिनों तक परिजनों का सैंपल नही लिया गया. अधिवक्ता की मौत कोरोना से होने के बावजूद परिजनों का रिपोर्ट आने में 12 दिन लग गए. अब तेरहवीं के एक दिन पहले उनके परिजनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जिसमे मृतक अधिवक्ता की पत्नी, बहू, बेटी, चाची समेत 5 में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई.
अधिवक्ता कमलेश की तेरहवीं के तैयारी कर रहे परिजनों ने स्वास्थ्य महकमे की टीम को देखा तो दंग रह गए. कोरोना पॉजिटिव होने की रिपोर्ट सुनते ही कोहराम मच गया. वहीं स्वास्थ्य महकमे लापरवाही से परिजनों में आक्रोश है.
दूसरी तरफ़ ब्लॉक बिहार के एक शख्स में भी गुरुवार को कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई. कुंडा कोतवाली में एक दीवान भी कोरोना से संक्रमित मिला. कोहड़ौर बाजार में 18 पॉजिटिव केस सामने आए.तो फैल जाता कोरोना का संक्रमण
अगर रिपोर्ट आने में एक दिन का समय और लग जाता तो शहर में संक्रमण और बढ़ाने का खतरा बढ़ जाता क्योंकि अधिवक्ता की कोरोना से मौत के 11 दिन बाद परिजन भी निश्चिंत हो गए थे कि सब कुछ ठीक होगा. तेरहवीं की तैयारी कर रहे थे. लेकिन परिवार के 5 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद सब होश उड़ गए.
कोविड-19 की प्रतापगढ़ में स्थिति
प्रतापगढ़ में 10 दिनों में कोरोना मरीजों में जबरदस्त इजाफा हुआ है. 2 दिनों में कुल 132 कोरोना संक्रमण के केस मिल चुके हैं. वहीं डीएफओ के लेखाकार समेत four लोगों की जान जा चुकी है. कोरोना के प्रतापगढ़ में अब तक 669 मामले सामने आ चुके हैं. 263 मरीज रिकवर हो चुके हैं, जबकि 393 पॉजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा है. 17 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है.
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