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इस बीच कई राजनीतिक दलों ने अपनी राय भी भेज दी है. जेडीयू और बीजेपी (JDU-BJP) ने जहां कोरोना काल में भी चुनाव करवाए जाने को सही कहा है, वहीं एनडीए की घटक एलजेपी (LJP) ने इसका विरोध किया है. जबकि आरजेडी और कांग्रेस (RJD and Congress) जैसे विपक्षी दल भी चुनाव करवाने के पक्ष में नहीं हैं. हालांकि इस बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejaswi yadav) का बड़ा बयान सामने आया है. तेजस्वी ने कहा है कि चुनाव आयोग ने सभी पार्टियों से राय मांगी थी. हमने भी अपनी राय दे दी थी. अब अगर चुनाव आयोग कोई फैसला करता है तो वो सबको मान्य होगा.
बता दें कि इससे पहले तेजस्वी यादव ने पहले ही यह कहा था कि चुनाव कराना खतरनाक होगा. अभी बाढ़ और कोरोना की वजह से पूरा राज्य प्रभावित है. ऐसे में चुनाव स्थगित कर दिया जाए. कांग्रेस के नेता ने बताया उनकी राय लिखकर निर्वाचन आयोग को भेज दी गई है. उन्होंने कुछ भी बयान देने से मना कर दिया.
राय देने की आज आखिरी तारीख बता दें कि बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग भी तैयारी कर रहा है. इससे पहले 17 जुलाई को आयोग ने पत्र लिखकर सभी दलों को सुझाव देने को कहा था. सभी दलों को राय देने की आखिरी तारीख 31 जुलाई थी. लेकिन कई दलों ने दिलचस्पी नहीं दिखाई. इस वजह से निर्वाचन आयोग ने 11 अगस्त तक के लिए बढ़ा दिया.
कैसे हो चुनाव प्रचार और मतदान
दरअसल विधानसभा का चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग किसी तरह का कोई रिस्क नहीं लेना चाहता है. कोरोना काल मे आयोग को तय करना है कि चुनावी रैली कैसे हो और नेता किस तरह जनता से संवाद करें. ऐसे में आयोग ने बिहार में सक्रिय सभी राजनीतिक दलों से सुझाव मांगे हैं. दलों से कहा गया है कि वे बताएं कि कोरोना को देखते हुए किस तरह चुनाव अभियान और चुनाव प्रचार किया जाएगा.
आयोग के फैसले के साथ बीजेपी-जेडीयू
निर्वाचन आयोग की इस चिट्ठी का जवाब 11 तारीख की शाम तक सभी दलों को देना है. चुनाव हो या ना हो इसको लेकर सभी दलों की अपनी अलग-अलग राय है. सत्तारूढ़ दल बीजेपी और जेडीयू ने चुनाव कराने की पूरी जिम्मेदारी चुनाव आयोग को दी है. जेडीयू के एक नेता ने बताया निर्वाचन आयोग को जेडीयू के तरफ से यह लिखा गया है निर्वाचन आयोग तय करें कि चुनाव किस प्रारूप में होगा. पूरी पार्टी निर्वाचन आयोग के राय पर सहमत होगी.
इसी तरह की मिली-जुली प्रतिक्रिया बीजेपी की भी है. बीजेपी के नेता ने बताया चुनाव आयोग जो तय कर दे, उस पर बीजेपी सहमत है. हालांकि अंदरखाने की बात यह है कि बिहार की सत्तारूढ़ दल जेडीयू और बीजेपी चुनाव कराने के पक्ष में हैं. प्रचार को लेकर दोनों दलों ने डिजिटल प्लेटफॉर्म का सहारा लेने की बात कही.
चुनाव स्थगित हो
हालांकि बिहार एनडीए की तीसरी पार्टी लोजपा इस पर सहमत नहीं है. लोजपा के नेता ने बताया कि चिराग पासवान चुनाव के पक्ष में नहीं है. उनका मानना है कि बिहार अभी बाढ़ और कोरोना संकट से गुजर रहा है. ऐसे में चुनाव कराना संभव नहीं. वहीं आरजेडी ने भी चुनाव न कराने पर सहमति बनाई है .
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