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जितेंद्र सिंह (Jitendra Singh) ने कहा कि उनका मवेशी नेपाल सीमा तरफ चला गया था. वह अपने मवेशी को खोजने के लिए जा रहा था. जिस समय वह टेढ़ागाछ प्रखंड अंतर्गत भारतीय सीमा के पास था उसी वक्त नेपाल पुलिस ने भारत में घुसकर मेरे ऊपर ऊपर गोली चला दी.
न्यूज18 से बात करते हुए जितेंद्र सिंह ने कहा कि उनका मवेशी नेपाल सीमा तरफ चला गया था. वह अपने मवेशी को खोजने के लिए जा रहा था. जिस समय वह टेढ़ागाछ प्रखंड अंतर्गत भारतीय सीमा के पास था उसी वक्त नेपाल पुलिस ने भारत में घुसकर मेरे ऊपर ऊपर गोली चला दी. कहा जा रहा है कि जबां पर जितेन्द्र घड़ा था वहां से नेपाल सीना 200 मीटर की दूरी के बाद शुरू होती है. साथ ही ये भी कहा जा रहा है कि जिस समय नेपाल पुलिस ने गोली चलाई उस समय वहां करीब 5 से 6 नेपाली पुलिस जवान मौजूद थे. जबकि वे लोग तीन आदमी थे जो मवेशी खोजने गए थे.
नेपाल और भारत की सीमा पूरी तरह खुली हुई है
उन्होंने कहा कि उस जगह पर नेपाल और भारत की सीमा पूरी तरह खुली हुई है. वहां भारत के कई लोगों का खेत भी है. वे लोग अक्सर मवेशी लेकर और खेती करने वहां जाते रहते थे. पहली बार लॉकडाउन के कारण नेपाल पुलिस वहां पहुंची और उनके ऊपर बिना किसी कारण के फायरिंग शुरू कर दी. नेपाल पुलिस ने तीन गोली चलाई, जिसमें एक गोली उनके कंधे में लगी, जबकि उनके साथ जा रहे दो लोग भाग गए. इसके बाद किसी तरह वह अपने घर पहुंचा और वहां से अस्पताल गया. फिर वहां से पूर्णिया रेफर कर दिया गया.नेपाल पुलिस भारत में घुसकर उनके ऊपर गोली चलाई है
जितेंद्र ने स्पष्ट तौर पर कहा कि नेपाल पुलिस भारत में घुसकर उनके ऊपर गोली चलाई है. फिलहाल एसएसबी की टीम और किशनगंज पुलिस मामले की जांच कर रही है.लेकिन पिछले कुछ दिनों से जिस तरह भारत और नेपाल के बीच तनाव व्याप्त है. हाल के दिनों में नेपाल की पुलिस ने कई भारतीय लोगों पर फायरिंग की है.ऐसे में दोनों देश में के बीच प्राचीन काल से चली आ रही सांस्कृतिक और रोटी- बेटी का संबंध पर भी असर पड़ रहा है.
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