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COVID-19: बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा जारी सूचना के मुताबिक भोजपुर जिले में कोरोना संक्रमित four लोगों की मौत हुई है और जिला प्रशासन द्वारा अभी भी कोरोना संक्रमित मृतकों की संख्या महज three ही बताई जा रही है
शुक्रवार को पीरो में 12 मरीज थे, जबकि आरा स्थित आइसोलेशन कम ट्रीटमेंट सेंटर से 01 मरीज को डिस्चार्ज किए जाने के बाद वहां 59 मरीज बाकी बचे थे. बता दें कि शुक्रवार को जिला प्रशासन द्वारा जारी प्रेस नोट में एक्टिव संक्रमितों की संख्या 213 बताई गई थी जबकि उस दिन जिले के तीनों आइसोलेशन सेंटर में महज 91 संक्रमित मरीज ही मौजूद थे और तीन को होम आइसोलेशन में भेजा गया था. इस तरह आइसोलेशन सेंटर से लापता हुए 119 मरीजों की पड़ताल अभी भी जारी है.
जिला प्रशासन के संज्ञान में भी 11 संक्रमित हैं लापता
बिहार भर में कोरोना संक्रमित मरीजों तथा मृतकों की जानकारी छिपाए जाने की खबरों के बीच भोजपुर जिले में महज 24 घंटों के भीतर 11 एक्टिव कोरोना मरीज लापता हो चुके हैं, जिसकी जानकारी जिला सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी प्रेस नोट से मिली है. प्रेस नोट में दी गई जानकारी के मुताबिक गुरूवार को जिले में कुल संक्रमितों की संख्या 521 और स्वस्थ हो चुके मरीजों की संख्या 344 बताई गई थी.जबकि शुक्रवार को 52 नए संक्रमित मिलने के बाद भी कुल संक्रमितों की संख्या 573 के बदले महज 561 ही बताई गई. शुक्रवार को स्वस्थ हो चुके मरीजों की कुल संख्या गुरूवार की अपेक्षा एक अधिक यानि 345 बताई गई है.ऐसे में महज 24 घंटों के भीतर जिला प्रशासन की सूची से गायब हो चुके 11 एक्टिव कोरोना संक्रमित मरीजों की पड़ताल निहायत जरूरी है.कोरोना संक्रमित कई मृतक भी सरकारी सूची से हुए लापता
जिले में कोरोना संक्रमित मृतकों से संबंधित जानकारी भी छिपाए जाने का मामला प्रकाश में आया है. बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा जारी सूचना के मुताबिक भोजपुर जिले में कोरोना संक्रमित चार लोगों की मौत हुई है और जिला प्रशासन द्वारा जारी प्रेस नोट में अभी भी कोरोना संक्रमित मृतकों की संख्या महज 03 ही बताई जा रही है जबकि विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जिले के तकरीबन 10 लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हो चुकी है. बता दें कि कोरोना संबंधी आंकड़ों का हेरफेर पहले भी कई बार हो चुका है. यही कारण है कि कोरोना काल में भोजपुर में अब तक 600 से अधिक लोग कोरोनावायरस से संक्रमित हो चुके हैं. वहीं संक्रमितों में से 70 प्रतिशत लोगों के स्वस्थ होने की जानकारी स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई गई है.इसमें से 10 लोगों की मौत भी हुई है और लगभग आधा दर्जन गंभीर मरीजों को पटना रेफर किया गया है.
कई संक्रमित होम आईसोलेशन में
एक्टिव संक्रमितों में से कुछ लोग होम आइसोलेशन में हैं तो कई आइसोलेशन कम ट्रीटमेंट सेंटर में भी भर्ती हैं.जिले में आए दिन कोरोना के नए केस सामने आ रहे हैं और इन सबके बीच स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि यहां स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या और रफ्तार दोनों अधिक है. फिर भी ना जाने क्यूं कोरोना से संबंधित आंकड़े व जानकारियां छिपाई जा रही जैसी लग रही हैं?
क्या कहते हैं प्रशासनिक अधिकारी
रोजाना कोरोना के मरीजों से संबंधित जानकारी मीडिया को उपलब्ध कराने वाली जिला जन संपर्क पदाधिकारी रश्मि चौधरी ने भी कोरोना से संबंधित आंकड़ों में हुई गड़बड़ी को स्वीकार करते हुए बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिए गए गलत आंकड़ों के कारण ये गड़बड़िया सामने आ रही हैं. वो इन गड़बड़ियों को शीघ्र ही दुरूस्त कर लेने की बात कह रही हैं.
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