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अमेठी (Amethi) में डीएम और एसपी ने पीड़ित परिवार के गांव जाकर मामले की जानकारी की. इस संबंध में जामो थाने के एसओ सहित 4 पुलिसकर्मी निलंबित कर दिए गए हैं.
अखिलेश ने किया बीजेपी सरकार पर हमला
इस मामले में सियासत भी तेज हो गई है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा है कि बीजेपी सरकार में गरीबों की कोई सुनवाई नहीं है. सपा कार्यकाल में बनवाए गए लोकभवन को लेकर उन्होंने कहा कि सपा ने लोकभवन इसलिए बनवाया था कि जहां बिना भेदभाव आम जनता अपनी शिकायतों के निवारण के लिए जा सके.
बता दें कि शुक्रवार शाम राजधानी लखनऊ में लोकभवन के सामने आज उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब अमेठी की रहने वाली एक मां-बेटी ने आत्मदाह का प्रयास किया. जिसमें मां साफिया 80 प्रतिशत से अधिक जल गई है जबकि बेटी गुड़िया लगभग 20 फीसदी जल गई है. मां-बेटी को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. दोनों अमेठी के जामो नगर की रहने वाली हैं.नाली के विवाद में हुआ था झगड़ा
रिपोर्ट के मुताबिक मां-बेटी अमेठी के जामो थानाक्षेत्र के कस्बे की रहने वाली हैं. दरअसल 9 मई को गुड़िया का अपने पड़ोसी अर्जुन साहू से नाली का विवाद हुआ था और गुड़िया की तहरीर पर जामो थाने में अर्जुन साहू समेत 4 लोगों के खिलाफ धारा 323, 354 में मुकदमा दर्ज किया था. वहीं विपक्षी अर्जुन साहू की तहरीर पर गुड़िया पर भी धारा 323, 452, 308 में मुकदमा दर्जकर मामले की जांच हो रही थी.
पुलिस ने क्रॉस FIR लिखी
अपने बचाव में अमेठी पुलिस जांच की बात कह रही है. बताया जा रहा है कि दो दिन पूर्व गौरीगंज क्षेत्राधिकारी अर्पित कपूर ने मां-बेटी का बयान दर्ज कराने की बात कही जबकि बताया जा रहा कि अमेठी के डीएम और एसपी से पीड़ित महिला की कोई मुलाक़ात नहीं हुई है. मां-बेटी अमेठी के जामो थाना क्षेत्र की रहने वाली हैं. इनका नाम आसमा और गुड़िया बताया जा रहा है. बेटी का आरोप है कि गांव में कुछ दबंगों ने नाली विवाद में उसकी मां पर हमला कर दिया था. विरोध करने पर उसकी भी पिटाई कर दी थी. गुड़िया जब जामो थाना पहुंची तो पुलिस ने क्रॉस FIR लिखी.
पीड़िता का आरोप है कि पुलिस ने उनकी गुहार नहीं सुनी इसलिए न्याय की आस में मां-बेटी शुक्रवार को राजधानी पहुंची और लोक भवन के सामने दोनों ने खुद को आग लगा ली.
इनपुट: अनामिका सिंह
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