[ad_1]
Bihar Election 2020: नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और चिराग पासवान (Chirag Paswan) के बीच हाल के दिनों में काफी तल्खी बढ़ी है. इस मामले को रामविलास पासवान के उस बयान से भी तूल मिला जिसमें उन्होंने अपने बेटे को सीएम बनने की बात कही थी.
सूत्र बताते हैं कि लोजपा चाहती है कि जल्द से जल्द सीट बंटवारा कर लिया जाए क्योंकि चुनाव तय समय पर ही होने वाला है, जैसा की इशारा चुनाव आयोग से मिल रहा है. चिराग ने भी कुछ समय पहले ये बयान दिया था कि अमित शाह ने उन्हें विधानसभा चुनाव में 42 सीटें देने का भरोसा दिलाया था लेकिन बावजूद इसके नीतीश कुमार लोजपा को तवज्जो नहीं दे रहे है. खबर ये भी है कि चिराग के कई बार फोन करने के बाद भी नीतीश कुमार बात नहीं करते, हां सुशांत सिंह राजपूत मामले को लेकर लम्बे अर्से के बाद नीतीश कुमार और चिराग पासवान में बात हुई तब लगा कि मामला ठीक हो रहा है लेकिन इसी बीच रामविलास पासवान हों या चिराग पासवान कोरोना के बहाने नीतीश कुमार पर इशारों में ही सही चुनाव और कोरोना को लेकर हमला बोला. इसके बाद जवाब में जेडीयू जो अभी तक चुप्पी साधे हुए था की तरफ से ललन सिंह ने मोर्चा सम्भालते हुए चिराग पर हमला बोल दिया.
सूत्र बताते हैं कि नीतीश कुमार जिनकी पार्टी बार-बार ये कहती है कि हमारा गठबंधन भाजपा के साथ है लोजपा के साथ नहीं इस बार ज़्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है. 2010 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू 142 और भाजपा 101 सीटों पर चुनाव लड़ी थी लेकिन इस बार परिस्थिति काफी बदल गई है क्योंकि भाजपा आज काफी मजबूत है और लोकसभा में भी बराबर-बराबर सीट पर चुनाव लड़ा था. तब भाजपा ने अपने सीटिंग सीटों में से लोजपा को 6 सीटें दी थी. इस बार सूत्र बताते हैं कि जेडीयू लगभग 123 से 130 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहता है और बाकी की सीट भाजपा को दे देगा. अब भाजपा अगर उसमें से लोजपा को जितना देना चाहे दे दे. इसी बात ने चिराग को चिढ़ा दिया है और इस खबर के बाद चिराग लगातार नीतीश कुमार के प्रति आक्रामक हो गए हैं.
चिराग लोकसभा चुनाव के आधार पर विधानसभा में टिकट चाहते है जो संख्या आधार पर लगभग 42 सीट पड़ता है लेकिन जेडीयू इसे किसी भी कीमत पर देना नहीं चाहता है. सूत्र बताते हैं कि भले ही लोजपा और जेडीयू के बीच बयानबाजी का दौर चल रहा है लेकिन भाजपा अपने जीते हुए चुनावी समीकरण के साथ छेड़छाड़ नहीं होने देगी क्योंकि इसके पीछे जो मजबूत वजह है वो ये है कि जेडीयू और लोजपा भले ही एक दूसरे पर बयानों के तीर चला रही हो लेकिन भाजपा की तारीफ दोनों पार्टियां कर रही हैं, इसी वजह से उम्मीद है कि लोजपा और जेडीयू में सीटों का पेंच सुलझ जाएगा.
[ad_2]
Source