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जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह (DM Anjaneyay Kumar Singh) ने कहा कि अभी भी 50 फ़ीसदी के करीब लोग ही जागरूक हुए हैं. ज्यादातर लोग चाहे नादानी में या जानबूझकर अभी भी चेहरा नहीं ढक रहे हैं. सभी लोगों को जागरूक करने की कोशिश कर रहे हैं.
दो दिन में ज़िले में हुई पांच लोगों की मौत
जिलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह ने बताया सप्ताहिक बंदी के दौरान वैसे भी दुकानें बंद करने का फैसला लिया गया है. सबसे बड़ी बात है कि इस समय स्थिति गंभीर होती जा रही है. दिन- प्रतिदिन पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ रही है. 2 दिन में जिले में हमारे यहां 5 मौतें हुई हैं. सभी को लास्ट मिनट में हॉस्पिटल लाया गया, जिसकी वजह से हम बहुत कुछ नहीं कर सकते थे. अभी लोगों को बहुत ज्यादा जागरूक होने की जरूरत है. खासतौर से तीन-चार चीजों के प्रति जैसे एक दूसरे से दूरी बनाना, चेहरा हमेशा ढकना और बिना काम के बाहर ना जाएं. वायरस बड़ी तेजी से फैल रहा है, ऐसे में अगर हम एहतियात नहीं बरतेंगे और इसको बहुत हल्के में लेंगे तो मामला बिगड़ जाएगा. अगर किसी को पहले से ही बीमारी है तो उसके लिए बड़ा खतरनाक सिद्ध हो रहा है. जितनी मौतें हमारे यहां अब तक हुई हैं उसमें कोई न कोई बीमारी किसी को रही है. वह कुछ दिन और जी सकते थे, लेकिन इस वायरस की वजह से पहले ही मर गए.
अगर यह बीमारी हो गई कंट्रोल कर पाना मुशिकलउन्होंने कहा कि अभी भी 50 फ़ीसदी के करीब लोग ही जागरूक हुए हैं. ज्यादातर लोग चाहे नादानी में या जानबूझकर अभी भी चेहरा नहीं ढक रहे हैं. सभी लोगों को जागरूक करने की कोशिश कर रहे हैं. लगातार एक हफ्ते तक मास्क भी बंटवाया गया. हमने कपड़े का सस्ता मास्क मार्केट में उतरवाया हुआ है. प्रत्येक मेडिकल शॉप पर रख दिया है. अभी तो हमने यह भी कंपलसरी कर दिया है कि जब कोई दवाई लेने जाएगा और 100 रुपए से ज्यादा की दवा पर मेडिकल स्टोर वाला उसको कपड़े का एक मास्क देगा ही देगा. जब भी कोई दवा लेने जाए तो उसको मास्क जरूर दें, ऐसी व्यवस्था भी हम करा रहे हैं. लोगों को समझना होगा की मास्क साफ रखें, रोज धोएं और धूप में सुखाएं, उसके बाद ही इस्तेमाल करें.
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