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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) ने स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) के मौके पर सरकार की आलोचना करने वालों पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि बिना कुछ जाने घर में बैठक कर कुछ भी ट्वीट कर देना फैशन हो गया है.
विरोधियों पर यूं साधा निशाना
स्वतंत्रता दिवस समारोह के मौके पर नीतीश कुमार ने करीब एक घंटे के संबोधन के अंत में कहा, ‘घर में बैठक कर कुछ भी ट्वीट कर देना फैशन हो गया है, वह भी बिना जाने कि क्या उपलब्धि हासिल की गई है.’ दरअसल, मुख्यमंत्री की नाराजगी कोविड-19 महामारी से निपटने में राज्य सरकार की कथित नाकामी और सामाजिक आर्थिक संकट के खिलाफ सोशल मीडिया पर चल रहे अभियान की पृष्ठभूमि में आई है. उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय जनता दल नेता तेजस्वी यादव, पूर्व सहयोगी और अब प्रतिद्वंद्वी प्रशांत किशोर और गठबंधन में सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी प्रमुख चिराग पासवान नीतीश सरकार के खिलाफ मुखर हैं.
सीएम ने युवा पीढ़ी से की ये अपीलइस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि लोगों को, खासतौर पर हमारी युवा पीढ़ी को, यह जानना चाहिए कि 15 वर्ष पहले हालात कैसे थे. मैं अपने अधिकारियों से भी लगातार कहता रहता हूं. गड्ढों की वजह से शायद ही सड़क दिखाई देती थी. बिजली आपूर्ति की दयनीय स्थिति थी, जिसे हमने उसे बदला है.
बहरहाल, भाषण देने से पहले 69 वर्षीय नीतीश कुमार ने ध्वजारोहण किया और परेड की सलामी ली. कोविड-19 की वजह से इस कार्यक्रम में सीमित संख्या में लोगों को शामिल होने की अनुमति थी एवं सभी ने मास्क पहना था. इससे पहले नीतीश कुमार ने अपने सरकारी आवास एक अणे मार्ग पर भी ध्वजारोहण किया.
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