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नेता अतुल प्रधान (Atul Pradhan) सुदीक्षा भाटी के पिता से मुलाकात करने के लिए उनके गांव गए थे. उनका कहना है पीड़ित परिवार को न्याय मिलने तक संघर्ष जारी रहेगा.
वहीं, कुछ देर पहले खबर सामने आई थी कि सुदीक्षा भाटी के पिता की तहरीर पर अज्ञात बुलेट सवारों के खिलाफ बुलंदशहर के औरंगाबाद थाने में एफआईआर (FIR) दर्ज की गई है. पुलिस ने पिता की तहरीर पर आईपीसी की धारा 279, 304-A और 1988 के मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 177, 184 और 192 तहत केस दर्ज किया है. पिता जितेंद्र भाटी का कहना है कि उनकी बेटी की मौत सड़क हादसा नहीं है, बल्कि हत्या है. तहरीर में उन्होंने कहा है कि सुदीक्षा बाइक पर चाचा के साथ दादरी से मामा के यहां जा रही थी. रास्ते में बुलेट सवार दो युवकों ने छेड़छाड़ की. मामले में उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी न्याय की गुहार लगाई है.
मनचलों ने बुलेट से स्टंट के दौरान छेड़खानी की
परिजनों का आरोप है कि कुछ मनचलों ने बुलेट से स्टंट के दौरान छेड़खानी की. उसके बाद अचानक ब्रेक लगा दिया जिसकी वजह से एक्सीडेंट हुआ और सुदीक्षा की मौत हो गई. इस हादसे में बाइक चला रहे सुदीक्षा के चाचा सतेंद्र भाटी ने कई अहम खुलासे किए हैं. उन्होंने न्यूज18 से बातचीत करते हुए कहा कि सोमवार सुबहर eight बजे सुदीक्षा को बाइक से लेकर वे उसके मामा के घर जा रहे थे. जैसे ही वे बुलंदशहर-औरांगबाद रोड पर पहुंचे, तभी 2 बुलेट पर सवार कुछ मनचलों ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया. वे अपनी गाड़ी को कभी उनके आगे करते तो कभी पीछ हो जाते थे.मनचलों की वजह से अपनी जान गंवानी पड़ी
वहीं, मंगलवार को सुदीक्षा की मौत को लेकर उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने कानून व्यवस्था को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कठघरे में खड़ा करते हुए ट्वीट किया कि ऐसे में बेटियां कैसे पढ़ सकेंगी? मायावती ने ट्वीट किया कि बुलंदशहर में अपने चाचा के साथ बाइक पर जा रही होनहार छात्रा सुदीक्षा भाटी को मनचलों की वजह से अपनी जान गंवानी पड़ी, जो अति-दुःखद, अति-शर्मनाक व अति-निन्दनीय. बेटियां आखिर कैसे आगे बढ़ेंगी? यूपी सरकार तुरंत दोषियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई करे, बीएसपी की यह पुरजोर मांग है.’
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