[ad_1]
ट्रांसफर रुकवाने के नाम पर लेखपाल द्वारा सांसद को मिठाई के डब्बे में 50000 रुपए की रिश्वत दी गई थी. जिसके बाद सांसद ने लेखपाल के खिलाफ कार्यवाई कराई है.
ये है पूरा मामला
बता दें कि हाथरस के थाना सिकंदराराऊ क्षेत्र में सांसद राजवीर सिंह दिलेर द्वारा जनसुनवाई की जा रही थी. तभी कई लोगों द्वारा हसायन क्षेत्र में तैनात लेखपाल पर काम करने के नाम पर पैसा मांगने का आरोप लगाते हुए सांसद से शिकायत की. कई बार शिकायत मिलने के बाद सांसद ने जिलाधिकारी से शिकायत कर उक्त लेखपाल को ट्रांसफर करा दिया. जिसके बाद लेखपाल सांसद के आवास पर मिठाई के डिब्बे के साथ 50000 रुपए की रिश्वत का लिफाफा लेकर पहुंच गया और सांसद को देने लगा. मिठाई के डब्बे में नोट देखकर सांसद का पारा चढ़ गया और उन्होंने लेखपाल को वहां से भगा दिया.
दूसरे दिन सांसद ने जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्ष्कार और पुलिस अधीक्षक विक्रांतवीर से मुलाकात कर लेखपाल के खिलाफ कार्यवाई करने की बात कही. सांसद की लिखित शिकायत के बाद पुलिस अधीक्षक ने आरोपी लेखपाल के खिलाफ थाना हसायन में मामला दर्ज करा दिया है और आरोपी लेखपाल को जल्द पकड़ने के लिए टीम भेज दी गई है.सांसद ने कही ये बात
सांसद राजवीर दिलेर ने सोमवार को हाथरस के पीडब्लूडी गेस्ट हाउस में प्रेस कांफ्रेंस कर इस बात की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि चार अगस्त को सिकंदराराऊ में जनसुनवाई करने गए थे. वहां लोगों ने शिकायत की कि रति के नगला के हल्का लेखपाल वीरेंद्र वारसौल पट्टों के आवंटन के नाम पर लोगों से पैसा ले रहे हैैं. इस शिकायत पर सांसद ने लेखपाल के तबादले के निर्देश एसडीएम को दिए थे. आठ अगस्त को वह सुबह eight बजे अलीगढ़ स्थित निवास पर जनता दरबार लगाकर बैठे थे. तभी वह लेखपाल एक बीजेपी पदाधिकारी के साथ पहुंचा. लेखपाल ने अपना तबादला रुकवाने की मांग सांसद से की और मिठाई का डिब्बा दिया. सांसद ने मिठाई वितरण के लिए वहीं उसी से डिब्बा खुलवाया, तो उसमें एक लिफाफा रखा था, जिसमें 50 हजार रुपये थे. यह देख सांसद का पारा चढ़ गया और उन्होंने लेखपाल को जमकर फटकार लगाई. इसके बाद लेखपाल वहां से चला गया.
[ad_2]
Source