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धारचूला (Dharchul) का इंटरनेशनल झूलापुल भारत-नेपाल के बीच विवाद का कारण है. इसी क्षेत्र में कालापानी, लिपुलेख और लिम्पियाधूरा है, जिसे नेपाल ने नए राजनीतिक नक्शे में अपना भू-भाग दर्शाया है.
- Information18Hindi
- Last Updated:
August 15, 2020, 10:29 PM IST
नेपाली सेना ने दिया शॉल तो भारत ने खिलाई मिठाई
नेपाल सशस्त्र सीमा प्रहरी बल के एसपी नरेंद्र बहादुर बम ने एसएसबी के इंस्पेक्टर कश्मीर सिंह को शॉल भेंट कर स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं. जबकि भारतीय जवानों ने नेपाली जवानों को मिठाई खिलाई. इस खास मौके पर नेपाल छांगरु यूनिट के डीएसपी धीरेंद्र शाह भी मौजूद थे. लिपुलेख विवाद के बाद नेपाल ने सबसे पहले छांगरु में ही बीओपी खोली थी. 8 मिनट तक दोनों मुल्कों के सुरक्षा अधिकारियों ने कुछ जरूरी मुद्दों पर चर्चा भी की. दोनों मुल्कों के अधिकारियों ने कहा कि इस तरह की मैत्रीपूर्ण मुलाकातों से रिश्तों की गर्माहट बनी रहती है. साथ ही बॉर्डर पर सुरक्षा में सहूलियत होती है.
मुल्कों के बीच विवाद, सरहद पर प्रेमजिस इलाके में स्वतंत्रता दिवस पर दोनों मुल्कों के सुरक्षा अधिकारियों ने मुलाकात की वही भारत-नेपाल के बीच विवाद का कारण है. इसी क्षेत्र में कालापानी, लिपुलेख और लिम्पियाधूरा है, जिसे नेपाल ने नए राजनीतिक नक्शे में अपना भू-भाग दर्शाया है. 380 वर्ग किलोमीटर का ये इलाका 1816 की सुगौली संधि के बाद से ही भारत का अभिन्न हिस्सा है. इसी हिस्से से भारत ने भारत-नेपाल और चाइना के ट्राई जंक्शन लिपुलेख तक सड़क बनाई है, जो भारतीय सुरक्षा के लिहाज से खासी अहम मानी जा रही है.
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