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इस तस्वीर में युवक अपने कंधे पर ऑक्सीजन सिलेंडर (Oxygen Cylinder) लादे हुए दिख रहा है और साथ में जो महिला है उसके हाथ में एक ट्रे है जिसमें एक नवजात बच्चा है.
युवक के कंधे पर लदा हुआ ऑक्सीजन सिलेंडर निजी अस्पताल (Private Hospital) वाले ने दिया है और कहा कि सदर अस्पताल चले जाओ. सरकारी अस्पताल में तैनात डाक्टर गुप्ता ने बच्चे को एसएनसीयू में भर्ती किया, जहां इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई.
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बक्सर सदर अस्पताल से यह तस्वीर वायरल होने के बाद बक्सर स्वास्थ्य महकमा हरकत में आया. उसके बाद इस मामले की जांच शुरू हुई. सिविल सर्जन डॉ जितेन्द्र कुमार ने बताया कि बच्चे की स्थति उस वक्त बहुत क्रिटिकल थी. इसलिए ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने बच्चे को एसएनसीयू में भर्ती करके इलाज करना शुरू किया था. डॉक्टर ने कहा था कि बच्चे की स्थति क्रिटिकल है, इसे बेहतर इलाज के लिए पटना ले जाइए. सिविल सर्जन ने कहा है कि निजी अस्पताल के बारे में पता लगाया जा रहा है, जिसकी लापरवाही से बच्चा सीरियस हुआ था और उसकी मौत हुई है. जांच के बाद कारवाई होगी.
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