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12 दिन थाने के चक्कर लगाने के बाद पीड़िताओं ने एसपी से न्याय की गुहार लगाई है. मां-बेटी को उसके नाबालिग बच्चे ठेले पर लिटा कर एसपी कार्यालय पहुंचे थे. बेगूसराय एसपी (SP) अवकाश कुमार ने मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस को कार्रवाई के आदेश दिए
नाबालिग बच्चे मां और नानी को ठेले पर लाद कर पहुंचे
रिपोर्ट के मुताबिक रिफाइनरी थाना क्षेत्र के जेमरा की रहने वाली इन दोनों महिलाओं का आरोप है कि रिफाइनरी थाने का चौकीदार रामचरित्र व उसके तीन पुत्रों ने जमीनी विवाद (Land dispute) में विधवा महिला एवं उसकी बेटी की जमकर पिटाई की. लेकिन रिफाइनरी थाने की पुलिस (Bihar Police) ने मामले को दर्ज करने से इनकार कर दिया. इनका कहना है कि थक-हार कर 12 दिन भटकने के बाद उन्होंने एसपी साहब से न्याय की गुहार लगाई है. मां-बेटी को उसके नाबालिग पुत्र ठेले पर लिटा कर एसपी कार्यालय पहुंचे थे. बेगूसराय एसपी अवकाश कुमार ने मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस को कार्रवाई के आदेश दिए उसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है.
सरकारी जमीन पर कब्जे से जुड़ा है मामलाजानकारी के मुताबिक रिफाइनरी थाना क्षेत्र के जेमरा गांव की रहने वाली किरण देवी अपने दो बच्चों के साथ अपनी बूढ़ी मां की देखरेख के लिए अपने मायके में ही रहती है. पीड़ित परिवार का आरोप है कि जेमरा में सरकारी जमीन पर दबंग किस्म के लोगों ने कब्जा कर रखा है और उसी सरकारी जमीन पर वो लोग भी कई साल से झोपड़ी बनाकर रहते हैं.
आरोप है कि हाल के दिनों में जब किरण देवी एवं उसकी मां ने झोपड़े की मरम्मत और पक्की दीवार बनाने का प्रयास किया तो रिफाइनरी थाने में ही कार्यरत चौकीदार राम चरित्र एवं उसके तीन पुत्रों ने मिलकर किरण देवी व उसकी मां की जमकर पिटाई कर दी जिससे उनके पैर में काफी चोट आ गई. यहां तक कि वो चल भी नहीं पा रही हैं जिस वजह से उनके बच्चे उन्हें ठेले पर लादकर एसपी कार्यालय लेकर आए. महिलाओं का आरोप है कि पिछले 12 दिन से वह रिफाइनरी थाने के चक्कर लगा रही है लेकिन पुलिस ने अब तक मामला भी दर्ज नहीं किया. एसपी से न्याय की गुहार लगाने के बाद मामले को दर्ज कर पुलिस छानबीन में जुट गई है.
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