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Bihar Assembly Election: बिहार चुनाव से पहले लोजपा (LJP) और जेडीयू के बीच तल्खी बढ़ती जा रही है. चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने बैठक कर जेडीयू (JDU) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. अब संसदीय बोर्ड की बैठक में आगे का फैसला ले सकते हैं.
चिराग़ ने इस बैठक में अपने कार्यकर्ताओं को एक घंटे तक सम्बोधित किया. इस दौरान चिराग ने कहा कि विधानसभा चुनाव के पहले कॉमन मिनिमम प्रोग्राम तय होना चाहिए. उसमें बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट का लोजपा के कार्यक्रम को रखना चाहिए. लोजपा अध्यक्ष ने आगे कहा कि हमारी पार्टी का गठबंधन भाजपा से है, जदयू बाद में गठबंधन में आया. बिहार सरकार आज भी एनडीए नहीं, महागठबंधन की सरकार की योजनाओं पर ही काम कर रही है.
संसदीय दल की बैठक जल्द
चिराग पासवान ने इस बैठक में जल्द राज्य संसदीय बोर्ड और केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाने का निर्देश बोर्ड के अध्यक्ष विधायक राजू तिवारी को दिया. उन्होंने साफ़ शब्दों में कहा कि लोजपा आगे क्या कदम उठाएगी वो संसदीय बोर्ड की बैठक में तय होगा. ये भी साफ़ है कि इस बैठक में जेडीयू के साथ आगे रिश्ता क्या होगा इस पर भी फ़ैसला लिया जाएगा.ये भी पढ़ें: गोहाना में हॉस्टल के बाहर टहल रही महिला डॉक्टर से छेड़छाड़, शोर मचाने पर भागे बदमाश
चुनाव पर भी साफ़ किया रुख
चिराग पासवान ने कोरोनाकाल में चुनाव को लेकर चल रही चर्चा पर एक बार फिर अपना रुख़ साफ़ किया. चिराग़ ने कहा कि मौजूदा हालात में चुनाव कराने की स्थिति नहीं है. अगर छह माह बाद ही चुनाव होगा तो क्या परेशानी है. चुनाव में जो पैसा सरकार लगाएगी जरूरत है कि उसका इस्तेमाल स्वास्थ्य व्यवस्था को ठीक करने में लगाए. मेरी प्राथमिकता जनता को स्वस्थ रखना होना चाहिए, चुनाव तो बाद में हो सकता है. लोजपा अध्यक्ष चिराग़ पासवान ने पिछले दिनो जेडीयू नेता ललन सिंह के द्वारा उन्हें कालिदास कहे जाने पर भी कड़ी आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कोरोना जांच बढ़ाने के सुझाव को री ट्वीट किया तो मुझे कालिदास कहा जा रहा है. लेकिन बिहार के विकास के लिए मैं गाली भी सुनने को तैयार हूं.
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