[ad_1]
पटना के राजीव नगर थाने में दर्ज FIR में आरोप लगाया गया है कि महाराष्ट्र पुलिस (Maharashtra Police) सोची समझी साजिश के तहत बिहार पुलिस (Bihar police) पर दबाव बना रही है.
बिहार डीजीपी ने कहा कि इस कारवाई को पूरा देश देख रहा है कि मुंबई पुलिस (Mumbai Police) ने किया वो कितना घटिया काम किया है. मर्यादा रखनी चाहिए, अब हम लोग तय करेंगे सुप्रीम कोर्ट (Supreme courtroom) के आदेश का इंतजार कर रहे हैं. डीजीपी ने कहा कि पहले तो चार दिनों तक हमारी टीम जांच में आगे बढ़ी थी, लेकिन मुंबई पुलिस ने असहोयगात्मक रवैया अपनाया. वरीय अधिकारी को सहयोग के लिए चिट्ठी भी लिखी गई, लेकिन उल्टा यहां से गए एसपी विनय तिवारी को क्वारंटाइन कर दिया गया. ये सारी बातें देश के लोग देख रहे हैं कि मुंबई पुलिस क्या कर रही है.
मुंबई के बांद्रा पुलिस स्टेशन में अजय सिंह सेंगर द्वारा बिहार पुलिस के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाने के बाद उनपर पटना के राजीव नगर थाने में केस दर्ज करवाया गया.
गौरतलब है कि कि मंगलवार को महाराष्ट्र करणी सेना की तरफ से बांद्रा पुलिस स्टेशन में पटना से मुंबई गई जांच टीम के सदस्य इंस्पेक्टर कैसर यासीन, मनोरंजन भारती, सब इंस्पेक्टर निशांत और दुर्गेश के खिलाफ शिकायत में आरोप लगाया था कि पटना पुलिस को मुंबई में जांच करने का कोई अधिकार नहीं था. शिकायत में कहा गया कि पटना पुलिस को ‘जीरो एफआईआर’ दर्ज कर केस मुंबई पुलिस को ट्रांसफर कर देना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं करते हुए मुंबई आकर पटना पुलिस के अफसर खुद जांच करने लगे.
बिहार के पांच पुलिसकर्मियों पर मुंबई के बांद्रा पुलिस स्टेशन में लिखित शिकायत दर्ज.
मुंबई के न्यू पनवेल निवासी शिकायतकर्ता अजय सिंह सेंगर ने पटना पुलिस की टीम पर आरोप लगाया कि उसने सरकारी काम में बाधा डाली. मुंबई पुलिस की छवि को धूमिल किया इस कारण उन्होंने पटना पुलिस की टीम के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर कार्रवाई की मांग की. इस बीच बिहार पुलिस सूत्रों का कहना है कि ऐसी भी आशंका है कि हो सकता है कि मुंबई में इन पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाई जा सकती है.
[ad_2]
Source