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अभियुक्त अमित सक्सेना (Amit Saxena) ने यूजर को ठगने के लिए three तरह के प्लान बना रखे थे. पहले प्लान के तहत 18,000 रुपए खाते में जमा करने होते थे जोकि एक वर्ष के लिए आवंटित होता था. इसमें यूजर को 350 लाइक व क्लिक करने पर प्रतिदिन 230 रुपए का रिटर्न मिलता था.
अभियुक्त अमित सक्सेना ने यूजर को ठगने के लिए three प्लान बना रखे थे. पहले प्लान के तहत 18,000 रुपए खाते में जमा करने होते थे जोकि एक वर्ष के लिए आवंटित होता था. इसमें यूजर को 350 लाइक व क्लिक करने पर प्रतिदिन 230 रुपए का रिटर्न मिलता था. दूसरा प्लान 57,000 रुपए का था इसमें 350 लाइक करने पर 670 रुपए रोजाना मिलते थे. तथा तीसरे प्लान में 1,15,000 रुपए की धनराशि जमा करनी होती थी. इसमें यूजर को 350 लाइक करने होते थे, जिसके एवज में 970 रुपए प्रति दिन रिटर्न दिया जाता था. इसी प्रकार से अमित सक्सेना जनता के साथ ठगी करता था.
थाना उत्तर क्षेत्र में एक फर्जीवाड़ा किया था
वहीं, कुछ सालों पहले इसने थाना उत्तर क्षेत्र में एक फर्जीवाड़ा किया था जिसमें करीब 7 लाख 52 हजार पांच सौ रुपए जमा कराके फ्रॉड किया था. साल 2017 में शिकायतकर्ता पवन कुमार पुत्र किताब सिंह निवासी कृष्णा नगर (जलेसर रोड) ने थाना उत्तर में पेवे आईटी सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पर फ्रॉड करने का मामला दर्ज कराया था. तभी से लगातार थाना उत्तर पुलिस इस मामले की जांच कर रही थी और आरोपी को तलाश कर रही थी.चकमा देकर लगातार फरार चल रहा था
लेकिन आरोपी अमित सक्सेना पुलिस को चकमा देकर लगातार फरार चल रहा था, जिले की साइबर सेल की टीम लगातार इसको कई स्थानों पर ट्रेस भी कर रही थी. तभी पुलिस ने शनिवार को इसको गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के अनुसार, इसने लोगों के साथ हजारों करोड़ का फर्जीवाड़ा किया है. इसके विरुद्ध कई राज्यों के थानों में ठगी और फर्जीवाड़े के मुकदमे दर्ज हैं. इस पर 11 मुकदमे दर्ज हैं. ये शातिर अपराधी है जो फर्जी कंपनियां बनाकर लोगों के साथ ठगी कर रहा था. अब मामले की जांच के बाद ही पता चल सकेगा कि एक्ज़ेक्ट कितने करोड़ की धनराशि का फर्जीवाड़ा अब तक किया हैं. लगातार पुलिस इससे पूछताछ कर रही हैं कि इसके साथ और कितने लोग है जो इस तरह के फर्जीबाड़े में साथ थे. इसके पास से डेबिट कार्ड, आधार कार्ड, वोटर आईडी और 2500 रुपए नगद बरामद हुए हैं.
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