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15 अगस्त को आज़मगढ़ में 40 हज़ार शीशियां सीरप की एक ट्रक से बरामद की हैं. इसकी कीमत करीब 70 लाख रुपये बताई जा रही है. इससे पहले आगरा से नशे की गोलियां पंजाब (Punjab) भेजे जाने का भी खुलासा हो चुका है.
- Information18Hindi
- Last Updated:
August 17, 2020, 11:40 AM IST
स्पेशल टॉस्क फोर्स (STF) ने इसका खुलासा किया है. 15 अगस्त को आज़मगढ़ में 40 हज़ार शीशियां सीरप की एक ट्रक से बरामद की हैं. इसकी कीमत करीब 70 लाख रुपये बताई जा रही है. इससे पहले आगरा से नशे की गोलियां पंजाब (Punjab) भेजे जाने का भी खुलासा हो चुका है.
मालगाड़ी में छिपाकर भेजते हैं कफ सीरप
जानकारों की मानें तो पश्चिम बंगाल से एक मालगाड़ी बांग्लादेश जाती है. तस्कर इसी का फायदा उठाकर फेंसेडिल कफ सीरप की पेटियां इसमे छिपा देते हैं. 20 जुलाई को बीएसएफ ने एक मालगाड़ी से कफ सीरप की कई पेटियां बरामद की थीं. अगर बीएसएफ की ओर से जारी बीते तीन साल के रिकॉर्ड पर नज़र डालें तो 2018 में 1.39 लाख, 2019 में 2.12 और 2020 में 50 हज़ार से ज़्यादा फेंसेडिल कफ सीरप की शीशियां बीएसएफ अब तक बरामद कर चुकी है.ये भी पढ़ें- UP में लापरवाह पुलिसकर्मियों को सजा देने का इस अफसर ने निकाला यह अनोखा तरीका
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एसटीएफ ने ऐसे पकड़ा सीरप से भरा ट्रक
यूपी एसटीएफ ने मुखबिर से सूचना मिलने के बाद आज़मगढ़ में अपना जाल बिछा दिया. 15 अगस्त को एसटीएफ को वो ट्रक मिल गया जिसकी उसे तलाश थी. ट्रक आगरा से आज़मगढ़ होते हुए पश्चिम बंगाल जा रहा था. ट्रक की तलाशी ली तो एसटीएफ को उसके अंदर से कफ सीरप की जगह मुर्गी का दाना मिला. लेकिन एसटीएफ की सूचना पक्की थी. ट्रक की जब कई बार तलाशी ली गई तो मुर्गी के दाने के बीच सीरप की शीशियां छिपाकर ले जाई जा रहीं थी. जिन्हें एसटीएफ ने बरामद कर लिया. इसी तरह से 9 अक्टूबर को इलाहबाद में एक ट्रक से कुरकुरे और चिप्स के बीच छिपाकर ले जाई जा रहीं सीरप की 20 हज़ार शीशियां बरामद की गईं थी.
आगरा से पंजाब तस्करी करने वाले गिरोह पर हुई यह कार्यवाही
20 जुलाई को पंजाब पुलिस ने आगरा में कई ठिकानों पर छापे मारे. पंजाब पुलिस के मुताबिक, आगरा गैंग 11 राज्यों में नशीली दवाइयों की सप्लाई करता है. बरनाला और मोगा से पुलिस ने गिरोह के 20 सदस्यों को गिरफ्तार किया था. उनसे 27,62,137 नशीली गोलियां, कैप्सूल, टीके व सीरप की बोतलें और 70,03,800 रुपये बरामद किए थे. हवाला से तस्करी का नेटवर्क चल रहा है.
सीरप में मौजूद कोडिन से होता है नशा
जानकारों का कहना है कि ज़्यादातर कफ सीरप में कोडिन नाम का कैमिकल होता है. फेंसेडिल कफ सीरप में भी कोडिन होता है. बताया जाता है कि इसमें कोडिन की मात्रा शायद ज़्यादा होती है. कोडिन के शरीर में जाने से नींद आने लगती है और दिमाग पर सुरूर छा जाता है. लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि इसका शरीर पर बहुत बुरा असर पड़ता है.
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