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कानपुर हमले में घायल अजय कश्यप (Ajay Kashyap) का कहना है कि हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे (Vikas Dubey) का एनकाउंटर शहीद पुलिसकर्मियों के लिए सच्ची श्रद्धांजलि है. हिस्ट्रीशीटर के एनकाउंटर से पुलिस का इकबाल बुलंद हुआ है.

बुलंदशहर: कानपुर (Kanpur) के बिठूर थाने में तैनात और विकास दुबे (Vikas Dubey) की गोली का शिकार सिपाही अजय कश्यप (Ajay Kashyap) ने विकास दुबे के एनकाउंटर पर खुशी जाहिर की है. बुलंदशहर में अजय का कहना है कि हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे का एनकाउंटर शहीद पुलिसकर्मियों के लिए सच्ची श्रद्धांजलि है. हिस्ट्रीशीटर के एनकाउंटर से पुलिस का इकबाल बुलंद हुआ है. कहीं न कहीं इस घटना बाद पुलिस पर आम नागरिक का विश्वास मजबूत होगा.

अजय कश्यप ने कहा कि पुलिसकर्मियों को मौत की नींद सुलाने वाले विकास दुबे के एनकाउंटर से पुलिस के हर जवान को सुकून पहुंचेगा. अजय ने यह भी कहा कि अगर अपराधी ऐसा दुस्साहस करेंगे तो उनका अंजाम विकास दुबे जैसा होगा. आपको बता दें कि अजय 2 जून को विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम का हिस्सा थे. ऑपरेशन में शामिल अजय कश्यप को 2 गोलियां लगी थीं. अजय कश्यप फिलहाल बुलंदशहर के डिबाई अपने घर पर हैं.

शहीद की बहन बोली- भाई की आत्मा को मिली होगी शांतिवहीं औरैया में शहीद सिपाही राहुल के परिजनों ने विकास दुबे को मार गिराए जाने की खबर पर कहा कि जो हुआ ठीक हुआ. शहीद सिपाही राहुल विधूना के रुरुकलां के रहने वाले थे. उनकी बहन नन्दिनी ने कहा कि आज (शुक्रवार) भाई का शांति हवन है. विकास के एनकाउंटर की कार्रवाई से आज भाई की आत्मा को शांति मिली होगी. नन्दिनी ने कहा कि वह सरकार से चाहती हैं कि आगे भी इस विकास दुबे के फरार साथियों को पकड़े और सख्त से सख्त सजा दिलाए.

सुबह कानपुर में किया गया ढेर

बता दें कि कानपुर में ही दुर्दांत अपराधी विकास दुबे को यूपी एसटीएफ (UP STF) ने मार गिराया है. दरअसल, उज्जैन से गिरफ्तार विकास दुबे को यूपी एसटीएफ three गाड़ियों से करीब 700 किालेमीटर दूर कानपुर ला रही थी. यहां कानपुर देहात में अचानक एसटीएफ की वो गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो जाती है, जिसमें विकास दुबे सवार होता है. इसके बाद शुरू होता है एनकाउंटर, जो 10 मिनट बाद ही विकास दुबे की मौत और four सिपाहियों के घायल होने के रूप में समाप्त हो जाता है. एसएसपी और अस्‍पताल के डॉक्‍टरों ने विकास दुबे के मारे जाने की पुष्टि की है. कानपुर के आईजी मोहित अग्रवाल ने भी गैंगस्‍टर विकास दुबे के मारे जाने की पुष्टि कर दी है.

चार पुलिसकर्मी भी घायल

कानपुर के एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु ने बताया कि एसटीएफ की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हुई थी. इस दौरान आरोपी विकास दुबे ने कार में सवार पुलिसकर्मी की पिस्टल छीनकर फायरिंग करते हुए भागने की कोशिश की. इसी बीच एसटीएफ की दूसरी गाड़ियां पहुंच गईं और पुलिस की जवाबी फायरिंग में विकास दुबे को गोली लगी. उधर, पता चला है कि four पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, इनमें एक इंस्पेक्टर, एक एएसआई और दो सिपाही शामिल हैं.

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