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मौसम विज्ञान केंद्र (IMD) ने उत्तराखंड के कई जिलों में आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना जताई है. मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक अगले 72 घंटों में प्रदेश में 64.5 mm से लेकर 204.four mm बारिश हो सकती है.
इसके साथ ही मौसम विज्ञान केंद्र ने उत्तराखंड के कई जिलों में आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना जताई है मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक अगले 72 घंटों में प्रदेश में 64.5 mm से लेकर 204.four mm बारिश हो सकती है. क्योंकि मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक प्रदेश में three दिन यानी 72 घंटों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है जिसके मुताबिक 64.5 mm से 115.5mm तक बारिश हो सकती है तो वहीं मूसलाधार बारिश में 115.5mm से 204.four mm दर्ज की जा सकती है.
वहीं मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह के मुताबिक प्रदेश में कुमाऊं क्षेत्र के ज्यादातर हिस्सों में मूसलाधर बारिश की संभावना है तो वही गढ़वाल के भी कई क्षेत्रों में भारी से भारी बारिश का अनुमान जताया गया है. मौसम विज्ञान के निदेशक विक्रम सिंह के मुताबिक प्रदेश में 7 अगस्त से बारिश ज्यादा बढ़ेगी. यही नहीं प्रदेश के अंदरूनी इलाकों में बारिश का ज्यादा इफेक्ट रहेगा. मौसम विज्ञान के अलर्ट में इस दौरान लैंडस्लाइड, रोड पर मलबा आने से ब्लॉक होना, पत्थरों का गिरना, और नदियों में पानी का लेवल बढ़ना जैसी कई घटनाएं हो सकती है इसलिए एहतियातन सुरक्षा बरतने की ज्यादा जरूरत है.
उत्तराखंड में 72 घंटों के मूसलाधार बारिश के अलर्ट को देखते हुए एसडीआरएफ ने अपनी पूरी तैयारियां का ली हैं. खासकर जिन जिलों में मौसम विज्ञान केंद्र ने अलर्ट जारी किया है उन इलाकों में सावधानी बरती जा रही है. एसडीआरएफ के आईजी संजय गुंज्याल ने बताया कि चूंकि मॉनसून सीजन चल रहा है ऐसे में जहां-जहां लैंडस्लाइड एरिया और संभावित आपदा क्षेत्र है वहां एसडीआरएफ की टीमें तैनात की गई है. आईजी संजय गुजराल ने कहा कि मौसम विज्ञान केंद्र के अलर्ट को देखते हुए सभी एसडीआरएफ के कर्मियों को अलर्ट पर रखा गया है और कोई भी अगर आपदा जैसी स्थिति आती है तो तुरंत एसडीआरएफ की टीम को वहां राहत और बचाव कार्य के लिए रवाना कर दिया जाएगा.
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