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मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस को स्पष्ट करना होगा कि वह राम मंदिर के पक्ष में है या नहीं.
ऐतिहासिक बनाने की कोशिश
इसके अलावा बजरंग दल कार्यकरर्ताओं ने सवा कुंतल लड्डू का भोग तैयार किया. अयोध्या में भूमि पूजन शुरू होते ही बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने बाजार में भजन कीर्तन कर रैली निकाली. शाम को आतिशबाजी के साथ बजरंग दल कार्यकर्ता राम मंदिर शिल्यान्यास का जश्न मनाएंगे. हिंदू युवा वाहिनी ने भी दीपोत्सव कार्यक्रम रखा हुआ है.
भाजपा ने प्रदेश से लेकर जिला स्तर तक सभी जगह पार्टी कार्यालयों में कार्यक्रम को लाइव देखने और दीप जलाने का कार्यक्रम दिया है. पार्टी इस मौके को ऐतिहासिक बनाना चाहती है.
राम मंदिर और बीजेपी
उत्तराखंड में राम मंदिर आंदोलन के बाद ही भाजपा का जन्म माना जाता है. अविभाजित यूपी में इससे पहले उत्तराखंड की 19 सीटों में से भाजपा के एक-दो विधायक ही बमुश्किल जीत पाते थे लेकिन राम मंदिर आंदोलन के बाद देश भर की तरह उत्तराखंड में भी भाजपा की लोकप्रियता में ज़बरदस्त उछाल आया. 1991 के चुनाव में भाजपा ने सीधे 16 सीटों पर विजय हासिल की. इसके बाद 1996 के विधानसभा चुनाव में उसे 18 सीटें मिलीं.
उत्तराखंड में एक बार फिर 2022 में विधानसभा सीटों के चुनाव होने हैं. माना जा रहा है कि राम मंदिर के शिलान्यास के अवसर को कैश करने का मौका पार्टी हाथ से निकलने नहीं देगी और आज से इसकी शुरुआत हो गई है.
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