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शिकायतकर्ता कुलदीप ने आप नेता संजय सिंह (AAP Leader Sanjay Singh) पर आरोप लगाया है कि उन्होंने समाज को बांटने व सामाजिक समरसता बिगाड़ने के उद्देश्य से बयानबाजी की है. उन्होंने इसमें राष्ट्रपति, मुखयमंत्री, विधायकों को भी नहीं छोड़ा है.
- Information18Hindi
- Last Updated:
August 14, 2020, 11:40 AM IST
सीएम, डिप्टी सीएम से लेकर राष्ट्रपति पर टिप्पणी
कुलदीप ने कहा कि 12 अगस्त को संजय सिंह अपने सहयोगी सभाजीत सिंह और बृजकुमारी के साथ प्रेस कांफ्रेंस किए. इसकी रिपोर्ट 13 अगस्त को समाचार पत्रों में छपी. इसमें संजय सिंह ने मुख्य आरोप लगाए हैं कि प्रदेश में लोगों को चुन-चुनकर मारा जा रहा है. ब्राह्मणों पर अत्याचार हो रहा है. किसी भी ब्राह्मण से पूछ लें वह आपको मुख्यमंत्री के खिलाफ गुस्सा बताएगा. भाजपा के 58 विधायक ब्राह्मण हैं और वो भी बहुत गुस्सा हैं. उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ब्राह्मण हैं लेकिन वह आवाज नहीं उठाते. डिप्टी सीएम केशव मौर्य एक भी मौर्य का काम नहीं करा पाए. राष्ट्रपति दलित हैं, उन्हें भी राम मंदिर शिलान्यास में नहीं बुलाया गया. केवल ठाकुरों का काम हो रहा है. राजभर, कुर्मी, यादव, सोनकर, निषाद, तेली, नाई आदि सरकार से नाराज हैं. उन्होंने इन वर्गों से नियुक्त डीम और एसपी की संख्या भी पूछी.
आप नेता संजय सिंह के खिलाफ एफआईआर
समाज को बांटने वाला है बयान: FIR
शिकायत में कुलदीप ने आप नेता पर आरोप लगाया है कि उन्होंने समाज को बांटने व सामाजिक समरसता बिगाड़ने के उद्देश्य से बयानबाजी की है. उन्होंने इसमें राष्ट्रपति, मुखयमंत्री, विधायकों को भी नहीं छोड़ा है. इन्होंने संवैधानिक मर्यादा का उल्लंघन किया है.
इनपुट: मनोज कुमार शर्मा
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