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करीब पांच महीने बाद अपने संसदीय क्षेत्र जमुई पहुंचे चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने कोरोना जांच (Corona Test) को लेकर नीतीश सरकार (Nitish Government) पर हमला बोला. हालांकि उन्होंने कहा कि ये हमला नहीं है, बल्कि वे सही बात रह रहे हैं.
अपने संसदीय क्षेत्र जमुई के दौरे पर पहुंचे चिराग पासवान ने बिहार में कोरोना जांच को लेकर नाराजगी जताई. उन्होंने बताया कि कोरोना जांच दो माध्यमों से हो रही है. जिसमें रैपिड एंटीजन किट से आए हुए परिणाम बिल्कुल सही नहीं ठहराया जा सकते. आईसीएमआर के अनुसार कोरोना की जांच RTPCR से बेहतर माना गया है. इसलिए बिहार में इसी से कोरोना जांच होनी चाहिए. लेकिन बिहार में RTPCR से कम जांच हो रहा है.
‘RTPCR से हो कोरोना जांच’
चिराग पासवान ने कहा कि वर्तमान में बिहार में 90 फीसदी कोरोना जांच एंटीजन किट से हो रही है. जांच RTPCR से ही हो, इसके लिए सरकार को संसाधनों का उपयोग करना चाहिए. जो लोग होम आइसोलेशन में हैं, उनके मामले में लापरवाही बरती जा रही है. कई ऐसे लोग हैं, जिन्हें दवाइयां नहीं पहुंचाई जा रही है.‘चुनाव से ज्यादा बाढ़ और कोरोना से लड़ाई महत्वपूर्ण’
चिराग पासवान ने एक बार फिर दोहराया कि बिहार में फिलहाल चुनाव नहीं कोरोना और बाढ़ से निबटना जरूरी है. जब सरकार के पास चुनाव कराने के संसाधन हैं तो उसका उपयोग बाढ़ और कोरोना से लड़ाई में करनी चाहिए. उन्हें यह पसंद नहीं कि राज्य के लोग बाढ़ और कोरोना से परेशान हों और चुनाव कराया जाए.
‘हमले नहीं सही बात कहता हूं’
सरकार पर लगातार हमला करने के सवाल पर लोजपा अध्यक्ष ने कहा कि वह हमला नहीं कर रहे हैं, बल्कि जब वे जमुई के सांसद हैं तो जमुई के विकास की बात करेंगे और जब बिहार के मामले में वह पूरे प्रदेश की बात करेंगे, तो बिहारी होने के नाते बिहार के विकास की बात करना उनका फर्ज और जिम्मेदारी दोनों है. वह सही बात करते हैं तो लोगों को यह लगता है कि वह हमला कर रहे हैं.
कोरोनाकाल में लगभग 5 महीने के बाद अपने संसदीय क्षेत्र के दौरे पर जमुई पहुंचने पर लोजपा अध्यक्ष ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मुलाकात की. फिर किले के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर कोरोना की स्थिति की जानकारी लेते हुए कई निर्देश दिए. परिसदन में बैठक और मुलाकात के दौरान पप्पू यादव की पार्टी के कई कार्यकर्ताओं ने भी चिराग पासवान से भेंट की.
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