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पूर्व केन्द्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने 7 अगस्त को रोहतास के करगहर में सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की थी. इसी को लेकर उनके खिलाफ लॉकडाउन उल्लंघन (Lockdown Violation) का केस दर्ज किया गया है.
पूर्व केन्द्रीय मंत्री के साथ-साथ 19 लोगों पर नामजद तथा 50 से 60 कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज किया गया है. जिसमें बिना अनुमति के भीड़ इकट्ठा करना, लॉकडाउन का पालन नहीं करना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने के आरोप लगाये गये हैं. पुलिस ने इस संबंध में उपेंद्र कुशवाहा को नामजद अभियुक्त बनाते हुए मुकदमा दर्ज किया है.
बता दें कि रालोसपा सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा ने 7 अगस्त को करगहर के रवि लॉज में सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की थी. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया गया था. हालांकि ज्यादातर कार्यकर्ताओं ने मास्क पहन रखा था. परंतु लोग एक-दूसरे के करीब बैठे हुए थे. इसके अलावा लॉकडाउन के बावजूद भी पूर्व मंत्री के साथ दर्जनों गाड़ियों की काफिला था. जगह-जगह उनके स्वागत में लोग खड़े थे.
कुशवाहा ने पहले दिनारा फिर कोचस और अंत में करगहर में पंचायत स्तर से लेकर बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की थी. इस सिलसिले में उपेन्द्र कुशवाहा के अलावा प्रदेश उपाध्यक्ष राम चंद्र ठाकुर, जिला परिषद सदस्य सीमा कुशवाहा, गोलू पांडे, राजाराम गुप्ता, अजय कुशवाहा, सरोज कुशवाहा, राकेश कुमार, विवेक सिंह, नथनी कुशवाहा, राकेश कुमार पांडे, मृत्युंजय पांडे, शिवनाथ कुशवाहा, अरविंद सिंह, मुन्ना कुशवाहा सहित 19 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. इसके अलावा 50 से 60 कार्यकर्ताओं पर भी केस दर्ज किया गया है.इस संबंध में रालोसपा के जिलाध्यक्ष आरके सिन्हा ने कहा कि उनकी पार्टी के नेताओं ने लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं. कभी किसी भी तरह के लॉकडाउन के उल्लंघन का मामला नहीं हुआ है. पूर्व मंत्री की लोकप्रियता के कारण कुछ आमलोग इकट्ठा हो गए थे.
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