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स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे (Health Minister Mangal Pandey) ने कहा किजांच के लिए पटना में 25 केंद्र बने हैं जिनमें भी लक्षण कुछ हो वो जाकर जांच करा सकते हैं. जिन निजी अस्पतालों को चिन्हित किया गया है उन्हें तैयार किया जा रहा है.
मंगल पांडे ने कहा कि एनएमसीएच का हमने निरीक्षण किया और मरीजों से हमने मुलाकात की. अस्पताल की व्यवस्था पर कुछ लोगों ने अपनी परेशानियां बताईं हैं इसको लेकर हमने अधिकारियों के साथ हमने बैठक कर कुछ निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि 11 वार्ड के प्रभारी को इलाज का जिम्मा दिया गया है. इसके साथ ही किसी कोविड पॉजिटिव मरीज की मौत के बाद 2 से three घंटे में पूरी प्रक्रिया पूरी की जाएगी.
एनएमसीएच और बेहतर तरीके से सेवा देगा और पहले जो भी शिकायतें आई उसे दूर किया जा रहा है.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा किजांच के लिए पटना में 25 केंद्र बने हैं जिनमें भी लक्षण कुछ हो वो जाकर जांच करा सकते हैं. जिन निजी अस्पतालों को चिन्हित किया गया है उसे तैयार किया जा रहा है. यहां भी अगले three से four दिनों में इलाज शुरू किया जाएगा.बता दें कि बैठक कर जब स्वास्थ्य मंत्री निकल रहे थे तो एनएमसीएच में उनकी गाड़ी का घेराव किया गया. अस्पताल के फोर्थग्रेड कर्मियों ने मानदेय वृद्धि करने की मांग करते हुए ये घेराव किया. हालांकि
समझा-बुझाकर मंत्री मंगल पांडेय वहां से निकल गए.
बता दें कि ये वही एनएनसीएच है जहां के तत्कालीन अधीक्षक निर्मल कुमार सिन्हा ने केंद्रीय टीम के समक्ष अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था की हकीकत बताई थी. इसके बाद सरकार ने उन्हीं पर एक्शन ले लिया और पद से हटा दिया. इससे पहले कई दफे उनके ही कार्यकाल में अस्पताल की कुव्यवस्था की कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे.
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